रंगलोक नाट्य महोत्स्व 2019- ‘तानसेन’ की एक अद्भुत बहुआयामी प्रस्तुति
अभिव्यक्ति की कोई भी विधा हो, एक विषय जिस पर बहुत सी रचनाएँ रचित की जाती हैं वह है किसी
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Read Moreफिज़िकल कॉमेडी यानी शारीरिक हास्य, हास्य अभिनय का एक महत्वपूर्ण अंग है। पर सभी कलाकार इस प्रकार के अभिनय को
Read Moreमशहूर लेखक ज़ावेद सिद्दीकी द्व्रारा लिखित तथा सलीम आरिफ़ द्वारा निर्देशित संवेदनशील एकल नाटक ‘गुड़म्बा’, 27 जुलाई को सूरसदन प्रेक्षागृह
Read Moreभीड़ का भी अपना एक समाजशास्त्र होता है। सामाजिक मनोविश्लेषण में भीड़ की मानसिकता का अकसर उल्लेख किया जाता है।
Read Moreजय शंकर प्रसाद हिंदी साहित्य के एक मूर्धन्य साहित्यकार हैं जिन्होंने कहानी, उपन्यास, नाटक तथा निबन्ध सभी विधाओं में रचना
Read Moreफ़िल्मों की साहित्य पर निर्भरता हमेशा से रही है। बीसवीं सदी के अंत में जब फिल्मों के माध्यम का उदय
Read Moreमौजूदा हिन्दी धारावाहिकों में जहाँ कथावस्तु और कहानी में किसी प्रकार की नवीनता या रचनात्मकता की संभावना लगभग समाप्त कर
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