महाश्वेता देवी की कृति ‘झाँसी की रानी’ में इतिहास और उपन्यास के समन्वय की झलक

झाँसी की रानी’ महाश्वेता देवी की 1956 में बांग्ला में प्रकाशित प्रथम गद्य रचना है जिसका हिन्दी में अनुवाद डॉ

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रांगेय राघव का रिपोर्ताज ‘तूफानों के बीच’- बंगाल के अकाल का एक संवेदनशील वर्णन

रांगेय राघव का लिखा रिपोर्ताज तूफानों के बीच  हिन्दी साहित्य की एक अमूल्य कृति है जिसको उन्होंने चार भागों में

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लुबना सलीम की ‘गुड़म्बा’ नाटक में एकल प्रस्तुति- एक लघु समीक्षा

मशहूर लेखक ज़ावेद सिद्दीकी द्व्रारा लिखित तथा सलीम आरिफ़ द्वारा निर्देशित संवेदनशील एकल नाटक ‘गुड़म्बा’, 27 जुलाई को सूरसदन प्रेक्षागृह

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जयशंकर प्रसाद के गद्य साहित्य में पद्य और काव्यत्मकता की छाया

जय शंकर प्रसाद हिंदी साहित्य के एक मूर्धन्य साहित्यकार हैं जिन्होंने कहानी, उपन्यास, नाटक तथा निबन्ध सभी विधाओं में रचना

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