महाश्वेता देवी की कृति ‘झाँसी की रानी’ में इतिहास और उपन्यास के समन्वय की झलक

झाँसी की रानी’ महाश्वेता देवी की 1956 में बांग्ला में प्रकाशित प्रथम गद्य रचना है जिसका हिन्दी में अनुवाद डॉ

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लोहिया का राजनैतिक विमर्श- ‘समता और सम्पन्नता’ लेख संग्रह की एक समीक्षा

स्वतंत्रता आंदोलन में विभिन्न राजनीतिक विचारधाराओं का प्रतिनिधित्व एवं योगदान रहा जिनका अंश स्वतंत्रता के उपरान्त बने राष्ट्र की संरचना

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जयशंकर प्रसाद के गद्य साहित्य में पद्य और काव्यत्मकता की छाया

जय शंकर प्रसाद हिंदी साहित्य के एक मूर्धन्य साहित्यकार हैं जिन्होंने कहानी, उपन्यास, नाटक तथा निबन्ध सभी विधाओं में रचना

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