ज्योतिराव फूले द्वारा रखी गई वैचारिक नींव और आज की राजनीति के बीच का फासला

1827 में महाराष्ट्र में जन्मे ज्योतिराव फूले, इस देश के कुछ गिने–चुने सामाजिक–सुधारकों में से थे जिन्होंने सामाजिक-सुधार को समग्रता से

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मुज़फ़्फ़रनगर की बात चली तो… :ओमप्रकाश वाल्मीकि की आत्मकथा-“जूठन” से परिचय।

मुज़फ़्फ़रनगर पिछले कुछ दिनों बेहद गलत कारणों से चर्चा में रहा। सांप्रदायिक हिंसा और हज़ारों लोगों (खास कर अल्पसंख्यकों) के

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